माना कि मुक़द्दर का लिखा अपनी जगह है, फिर भी तो फकीरों की दुआ अपनी जगह है, मैं हर रोज़ इसी पेज के कोने में मिलूँगा वैसे तो मेरा असली पता अपनी जगह है। माना कि मुक़द्दर का लिखा अपनी जगह है, फिर भी तो फकीरों की दुआ अपनी जगह है, मैं हर रोज़ इसी पेज के कोने में मिलूँगा वैसे तो मेरा असली पता अपनी जगह है।

Thursday, October 15, 2009

चिराग

ये और बात है कि आंधी हमारे बस में नहीं ,

मगर चिराग जलाना तो इख्तियार में है ...!!!

Saturday, April 18, 2009

फ़िर वापस...!!!

दुनियाँ भर के झमेलों से निबटने के बाद ..... आप सबसे हौसला अफ़जाई की उम्मीद लिए ..... ब्लॉग की दुनियाँ में एक बार फ़िर वापसी....!!!

इशारा

"खुश्क मैदान में ये किश्तियाँ यूँ ही नहीं

यहाँ ज़रूर कोई सैलाब आया होगा ...!!!"

Saturday, April 4, 2009

नादान

मुझको तो मालूम नहीं

तुमको खबर है क्या ?

लोग कहते हैं कि

नादान है वो......!!!

Tuesday, March 17, 2009

किसी ने क्या खूब कहा था.....

"घर से निकलो छाँव न छोडो,

मझधार में नाव न छोडो

हार-जीत एक अलग बात है

सो तुम अपना दांव न छोडो ..."

Thursday, March 12, 2009

शीर्षक आप लगायें...!!!

बेइंतेहा खामोश थी

उसकी हसरतें,

लोग फ़िर भी क्यूँ उन्हें

कुचलते चले गए...!! "तन्हा"

Monday, March 9, 2009

मुबारक हो होली

सभी दोस्तों को होली बहुत - बहुत मुबारक...यह होली सिर्फ़
आपके जिस्म और कपड़ों को ही नहीं, आपके जीवन को भी
खुशहाली के रंगों से सराबोर कर दे........!!!

Friday, March 6, 2009

सोचो...सोचो...सोचो...!!!

सोचो...
क्या कहा था,
डूबने वाले ने
मरते दम...
कि लहरें आज तक
किनारे पे,
अपना सर पटकती हैं.....!!!

Thursday, March 5, 2009

...फ़िर भी ...!!!

"वो सायादार पेड़ था

ज़माने के काम आया ,

जब सूखने लगा तो

जलाने के काम आया...!!!"

Tuesday, March 3, 2009

यथार्थ

पेड़ पर क्या चढ़े वो ख़ुद को आसमां समझे,
शाख टूटी तो ज़मीं सख्त थी बहुत लेकिन....!!! "तन्हा"

सौगात

"दर्द उनसे जो मिले,सीने में छुपा कर रख लो,
इससे बढ़ कर कोई सौगात नहीं होती है ....!!!"

Just like that

There is no good or bad
in this world
but our thinking makes it so...
What people cal 'Congestion' in a train,
becomes "Atmosphere" in a night club....!!

Monday, March 2, 2009

चैन-बेचैन

कभी घबरा के ना कहना कि "मर जायेंगे"
मर के मिला चैन तो किधर जायेंगे.....!!!

Sunday, March 1, 2009

शुक्रिया-शुक्रिया

मेरा हौसला बढ़ाने के लिए आप सबका शुक्रिया.....

Saturday, February 28, 2009

फर्क

"किसी के एक आँसू पर
हजारों दिल पिघलते हैं
किसी का उम्र भर रोना
यूँ ही बेकार जाता है...!"

बिना शीर्षक

ज़हर के जाम में फ़िर श्याम के दर्शन होंगे
कोई बौराए तो इस दौर में मीरा की तरह ...!!

Tuesday, February 24, 2009

यही है सच ज़िन्दगी का

"आदमी बुलबुला है पानी का

और ...पानी की बहती सतह पर

टूटता भी है..डूबता भी है ...

फ़िर उभरता है ...फ़िर से बहता है...

न समंदर निगल सका उसको...

न तवारीख तोड़ पायी है...

वक्त की मौज पे सदा बहता ...

आदमी बुलबुला है पानी का....!!!"

Monday, February 23, 2009

ब्लॉग की दुनियां में आपका स्वागत है....

मेरा पहला ब्लॉग

ब्लॉग की दुनिया में मैं आपका नया हमसफ़र हूँ ...


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